रॉबर्ट क्लाइव और बंगाल में द्वैध शासन (Robert Clive and Diarchy in Bengal)
रॉबर्ट क्लाइव और बंगाल में द्वैध शासन भारत में अपने कार्यकाल के दौरान रॉबर्ट क्लाइव ने बंगाल में अंग्रेजों की स्थिति में सुधार…
रॉबर्ट क्लाइव और बंगाल में द्वैध शासन भारत में अपने कार्यकाल के दौरान रॉबर्ट क्लाइव ने बंगाल में अंग्रेजों की स्थिति में सुधार…
बंगाल में अंग्रेजी शक्ति की स्थापना भारत में ब्रिटिश साम्राज्यवाद का बीजारोपण बंगाल से ही हुआ। अंग्रेजों ने 23 जून, 1757 ई. को…
परवर्ती गुप्त सम्राट स्कंदगुप्त की मृत्यु के बाद गुप्त राजवंश का सूरज अस्ताचल की ओर गतिमान हुआ। यद्यपि स्कंदगुप्त के पश्चात् गुप्त शासकों…
स्कंदगुप्त ‘क्रमादित्य’ कुमारगुप्त की मृत्यु के बाद गुप्त शासन की बागडोर उसके सुयोग्य पुत्र स्कंदगुप्त ने सँभाली। जूनागढ़ लेख में उसके शासन की…
कुमारगुप्त प्रथम ‘महेंद्रादित्य’ चंद्रगुप्त द्वितीय के बाद कुमारगुप्त 415 ई. में सत्तारूढ़ हुआ जो बिलसद स्तंभलेख के अनुसार उसकी पट्टमहादेवी ध्रुवदेवी से उत्पन्न…
चंद्रगुप्त द्वितीय ‘विक्रमादित्य’ समुद्रगुप्त की प्रधान महिषी दत्तदेवी से उत्पन्न पुत्र चंद्रगुप्त द्वितीय असाधारण प्रतिभा, अदम्य उत्साह एवं विलक्षण पौरुष से युक्त था।…
रामगुप्त की ऐतिहासिकता गुप्त अभिलेखों में उल्लिखित वंश-तालिका में समुद्रगुप्त के बाद चंद्रगुप्त द्वितीय का नाम मिलता है, इसलिए पहले इतिहासकारों का विचार…
समुद्रगुप्त ‘पराक्रमांक’ चंद्रगुप्त प्रथम के बाद 335 ई. में लिच्छवि राजकुमारी कुमारदेवी से उत्पन्न उसका पुत्र (महाराजाधिराज श्रीचंद्रगुप्तपुत्रस्य लिच्छविदौहित्रस्य महादेव्यां कुमारदेव्यामुत्पन्नस्य महाराजाधिराज श्रीसमुद्रगुप्तस्य)…
प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत भारतवर्ष संसार के प्राचीनतम् एवं महानतम् देशों में अग्रगण्य है। ऐतिहासिक स्रोतों की दृष्टि से इतिहासकारों ने प्राचीन…