राष्ट्रकूट शासक अमोघवर्ष प्रथम (Rashtrakuta Ruler Amoghvarsha I, 814-878 AD)

अमोघवर्ष’ प्रथम (814 ई.-878 ई.) गोविंद तृतीय की मृत्यु के पश्चात् उसका अल्पवयस्क पुत्र शर्व ‘अमोघवर्ष’ प्रथम 814 ई. में राष्ट्रकूट राज्य का…

राष्ट्रकूट शासक गोविंद तृतीय (Rashtrakuta Ruler Govind III, 793-814 AD)

गोविंद तृतीय ध्रुव प्रथम के कई पुत्र थे, जिनमें स्तंभ रणावलोक, कर्कसुवर्णवर्ष, गोविंद तृतीय तथा इंद्र के नाम स्पष्टतः मिलते हैं। उसके चारों…

राष्ट्रकूट शासक ध्रुव ‘धारावर्ष’ (Rashtrakuta Ruler Dhruva ‘Dharavarsha’, 780-793 AD)

ध्रुव ‘धारावर्ष अपने अग्रज गोविंद द्वितीय को अपदस्थ कर ध्रुव ने राष्ट्रकूट राजवंश की बागडोर सँभाली। ध्रुव के राज्यारोहण की तिथि का स्पष्ट…

राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम (Rashtrakuta Ruler Krishna I, 756-774 AD)

कृष्ण प्रथम चित्तलदुर्ग से प्राप्त एक लेख के अनुसार दंतिदुर्ग के कोई पुत्र नही था और उसकी मृत्यु के पश्चात् उसका चाचा कृष्ण…

राष्ट्रकूट शासक दंतिदुर्ग (Rashtrakuta Ruler Dantidurga, 735-756 AD)

राष्ट्रकूट शासक दंतिदुर्ग इंद्र द्वितीय के बाद उसकी चालुक्यवंशीय पत्नी भवनागा से उत्पन पुत्र दंतिदुर्ग (735-756 ई.) राजा हुआ, जिसे राष्ट्रकूट राजवश का…

गुर्जर प्रतिहार वंश (Gurjara Pratihara Dynasty)

गुर्जर प्रतिहार वंश हर्षोत्तरकाल में गुर्जरात्रा प्रदेश में प्रतिहार राजवंश का उदय हुआ, जो गुर्जरों की एक राजपूत शाखा से संबंधित होने के…

जेजाकभुक्ति (बुंदेलखंड) के चंदेल (Chandelas of Jejakabhukti)

जेजाकभुक्ति (बुंदेलखंड) के चंदेल प्रतिहार साम्राज्य के पतन के पश्चात् बुंदेलखंड के भूभाग पर चंदेल वंश के स्वतंत्र राज्य की स्थापना हुई। अभिलेखों…

गुजरात का चौलुक्य अथवा सोलंकी राजवंश (Chaulukya of Gujarat or Solanki Dynasty)

गुजरात के चौलुक्य  (सोलंकी) हर्ष की मृत्यु के उपरांत प्रतिहारों ने संपूर्ण उत्तर भारत में एकछत्र साम्राज्य स्थापित किया। किंतु विजयपाल (960 ई.)…