राष्ट्रकूट शासक ध्रुव ‘धारावर्ष’ (Rashtrakuta Ruler Dhruva 'Dharavarsha', 780-793 AD)

ध्रुव ‘धारावर्ष’ (Dhruva ‘Dharavarsha’, 780-793 AD)

अपने अग्रज गोविंद द्वितीय को अपदस्थ कर ध्रुव ने राष्ट्रकूट राजवंश की बागडोर सँभाली। ध्रुव के राज्यारोहण की तिथि का स्पष्ट ज्ञान नहीं है। जिनसेन …

राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम (Rashtrakuta Ruler Krishna I, 756-774 AD)

कृष्ण प्रथम (Krishna I, 756-774 AD)

चित्तलदुर्ग से प्राप्त एक लेख के अनुसार दंतिदुर्ग के कोई पुत्र नही था और उसकी मृत्यु के पश्चात् उसका चाचा कृष्ण प्रथम 756 ई. के …

राष्ट्रकूट शासक दंतिदुर्ग (Rashtrakuta Ruler Dantidurga, 735-756 AD)

दंतिदुर्ग (Dantidurga, 735-756 AD)

इंद्र द्वितीय के बाद उसकी चालुक्यवंशीय पत्नी भवनागा से उत्पन पुत्र दंतिदुर्ग (735-756 ई.) राजा हुआ, जिसे राष्ट्रकूट राजवश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। …

गुर्जर प्रतिहार वंश (Gurjara Pratihara Dynasty)

गुर्जर प्रतिहार वंश (Gurjara Pratihara Dynasty)

हर्षोत्तरकाल में गुर्जरात्रा प्रदेश में प्रतिहार राजवंश का उदय हुआ, जो गुर्जरों की एक राजपूत शाखा से संबंधित होने के कारण ‘गुर्जर प्रतिहार’ के नाम …

रूस में सुधार आंदोलन (Reform Movements in Russia)

रूस में सुधार आंदोलन (Reform Movements in Russia)

उन्नीसवीं सदी के प्रारंभ तक रूस एक पिछड़ा हुआ देश बना रहा। रूस को सभ्य बनाने का कार्य सबसे पहले महान् पीटर (1682-1725 ई.) ने …

मेसोपोटामिया की सभ्यता (Mesopotamian Civilization)

मेसोपोटामिया की सभ्यता (Mesopotamian Civilization)

मानव सभ्यता के इतिहास में पाषाणकाल के अनंतर क्रमशः ताम्रकाल एवं कांस्यकाल का आगमन हुआ। पाषाणकाल की सभ्यताएँ अरण्यों, कंदराओं, नखलिस्तानों, झीलों के किनारों एवं …

पं. दीनदयाल उपाध्याय

पं. दीनदयाल उपाध्याय: एक परिचय (Pt. Deendayal Upadhyay: An Introduction)

भारत की आजादी से पहले और आजादी के बाद कई ऐसे महापुरुष हुए, जिन्होंने अपने बल पर राष्ट्र और समाज को बदलने की पूरी कोशिश …

जेजाकभुक्ति (बुंदेलखंड) के चंदेल (Chandelas of Jejakabhukti)

जेजाकभुक्ति (बुंदेलखंड) के चंदेल (Chandelas of Jejakabhukti)

प्रतिहार साम्राज्य के पतन के पश्चात् बुंदेलखंड के भूभाग पर चंदेल वंश के स्वतंत्र राज्य की स्थापना हुई। अभिलेखों में चंदेल शासकों को ‘जेजाकभुक्ति के …

परमार राजवंश (Parmar Dynasty)

परमार राजवंश (Parmar Dynasty)

परमार वंश ने 9वीं से 14वीं शताब्दी के बीच पश्चिम-मध्य भारत में मालवा, उज्जैन, आबू पर्वत और सिंधु के आसपास के क्षेत्रों पर शासन किया। …