लॉर्ड रिपन (Lord Ripon, 1880-1884)

लॉर्ड रिपन (Lord Ripon, 1880-1884 AD)

लॉर्ड रिपन को भारत का सर्वाधिक लोकप्रिय वायसराय माना जाता है। उसकी उदरवादी शांतिपूर्ण नीति, स्वतंत्रता और स्वशासन में उसका विश्वास भारत में उसकी लोकप्रियता …

बंगाल के पाल (Palas of Bengal, 800-1200 AD)

बंगाल के पाल (Palas of Bengal, 800-1200 AD)

आठवीं शती के मध्य में भारत के पूर्वी भाग में जिस शक्तिशाली और महत्वपूर्ण साम्राज्य की स्थापना हुई, उसे भारत के इतिहास में पाल साम्राज्य …

हेनरी अष्टम (Henry VIII, 1509-1547)

हेनरी अष्टम (Henry VIII, 1509-1547)

हेनरी सप्तम की मृत्यु (1509) के पश्चात् उसका पुत्र हेनरी अष्टम (1509-1547) इंग्लैंड के राजसिंहासन पर आसीन हुआ। ग्रीनविच पैलेस में जन्मा हेनरी अष्टम, हेनरी …

इंग्लैंड का हेनरी सप्तम (Henry VII of England, 1485–1509)

इंग्लैंड का हेनरी सप्तम (Henry VII of England, 1485–1509)

इंग्लैंड का ट्यूडर वंश फ्रांस एवं इंग्लैंड के मध्य होने वाले दीर्घकालीन युद्धों (1337 ई. से 1453 ई. तक) में, जिसे इतिहास में ‘शतवर्षीय युद्ध’ …

सिंध का विलय  (Annexation of Sindh)

सिंध का विलय  (Annexation of Sindh)

सिंधु नदी की निचली घाटी में समुद्र तक विस्तृत सिंध प्रदेश है। सिंध के राज्य का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है। उसकी समृद्धि सदैव आक्रमणकारियों …

लॉर्ड ऑकलैंड (Lord Auckland, 1836-1842)

लॉर्ड ऑकलैंड (Lord Auckland, 1836-1842)

लॉर्ड ऑकलैंड (1836-1842) लॉर्ड ऑकलैंड (जॉर्ज ईडन, ऑकलैंड के अर्ल) 1836 में भारत का गवर्नर जनरल नियुक्त किया गया था। उसे भारत और रूस के …

लॉर्ड विलियम बैंटिंक (Lord William Bentinck)

लॉर्ड विलियम बैंटिंक (Lord William Bentinck, 1828-1835 )

लॉर्ड विलियम बैंटिंक (1828 ई. – 1835 ई.) लॉर्ड विलियम बैंटिंक का पूरा नाम विलियम हेनरी कैवेंडिश बैंटिंक था। उसका जन्म 14 सितंबर 1774 को …

बनवासी का कदंब राजवंश (345-540 ईस्वी) (Kadamba Dynasty of Banavasi)

बनवासी का कदंब राजवंश (Kadamba Dynasty of Banavasi)

 कदंब राजवंश (345-540 ईस्वी) कदंब राजवंश प्राचीन भारत का एक राजसी ब्राह्मण परिवार था, जिसने चतुर्थ शताब्दी ईस्वी के मध्य से लेकर छठीं शताब्दी ईस्वी …

भारत-विभाजन : कारण और परिस्थितियाँ (Partition of India: Causes and Circumstances)

भारत-विभाजन के कारण (Reasons for Partition of India)

भारत के राष्ट्रीय आंदोलन की चरम परिणति भारत की स्वतंत्रता के साथ-साथ इस उपमहाद्वीप के विभाजन के रूप में हुई। 3 जून की माउंटबेटन योजना …