
हर्ष की मृत्यु के उपरांत प्रतिहारों ने संपूर्ण उत्तर भारत में एकछत्र साम्राज्य स्थापित किया। किंतु विजयपाल (960 ई.) के समय तक आते-आते विशाल प्रतिहार …
हर्ष की मृत्यु के उपरांत प्रतिहारों ने संपूर्ण उत्तर भारत में एकछत्र साम्राज्य स्थापित किया। किंतु विजयपाल (960 ई.) के समय तक आते-आते विशाल प्रतिहार …
1940 से लेकर 1946 में कैबिनेट मिशन के आगमन तक जिन्ना या मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान की माँग को कभी स्पष्ट नहीं किया। फिर भी, …
परिवर्तन की गति अबाध होती है जो स्वतः धीरे-धीरे होता रहता है, जब उसमें व्यवधान पड़ता है तो समाज में उद्वेलन पैदा होता है। समाज …
मध्ययुगीन यूरोप के अधिकांश देशों में सामंतीय व्यवस्था विद्यमान थी। फ्रांस भी इन्हीं देशों में से एक था। आधुनिक युग का प्रारंभ होने के साथ …
नर्मदा नदी के दक्षिण में भारत के प्रायद्वीप को दक्कन क्षेत्र कहा जाता है। इसमें महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और उड़ीसा के …
चौदहवीं सदी में दक्षिण भारत में दो बड़े शक्तिशाली साम्राज्यों का उद्भव हुआ- एक था विजयनगर साम्राज्य और दूसरा था बहमनी साम्राज्य। दक्कन क्षेत्र दिल्ली …
वेंगी का पूर्वी चालुक्य राज्य मुख्यतः कृष्णा एवं गोदावरी नदियों के बीच के क्षेत्र में विस्तृत था। इसकी राजधानी वेंगी (वेंगिपुर) में थी, जिसका समीकरण …
प्रतिहार साम्राज्य के पतन के पश्चात् कन्नौज तथा वाराणसी में जिस नवीन राजवंश की स्थापना हुई, वह गाहड़वाल वंश था। गाहड़वाल राजवंश ने 11वीं और …