1858 का भारतीय प्रशासन-सुधार अधिनियम (Indian Administration-Reform Act of 1858)
1858 का भारतीय प्रशासन-सुधार अधिनियम ब्रिटिश उपनिवेशवाद का अंतिम चरण (1858-1947) भारत के संवैधानिक विकास का सबसे महत्त्वपूर्ण चरण है। इस चरण में…
1858 का भारतीय प्रशासन-सुधार अधिनियम ब्रिटिश उपनिवेशवाद का अंतिम चरण (1858-1947) भारत के संवैधानिक विकास का सबसे महत्त्वपूर्ण चरण है। इस चरण में…
1892 का अधिनियम 1861 ई. के बाद भारतीयों में राजनीतिक चेतना तथा राष्ट्रीयता का तेजी से विकास हुआ, जिसके फलस्वरूप 1885 ई. में…
1861 का अधिनियम 1858 ई. के अधिनियम द्वारा भारतीय प्रदेशों को अपने प्रत्यक्ष अधिकार में लेने के बाद भी भारतीय प्रशासन में कोई…
फाह्यान का यात्रा-विवरण भारत प्राचीन काल से ही धर्म, कला. राजनीति, सभ्यता व संस्कृति के क्षेत्र में अपनी असाधारण उपलब्धियों के कारण प्रसिद्ध…
जर्मनी का एकीकरण इटली के एकीकरण के समानांतर जर्मनी का एकीकरण भी उन्नीसवीं सदी के यूरोपीय इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है। राष्ट्र…
वाइमार गणतंत्र वाइमार गणतंत्र जर्मनी की उस प्रतिनिधिक लोकतांत्रिक संसदीय सरकार को कहा जाता है, जिसने प्रथम विश्वयुद्ध के बाद जर्मनी में 1919…
शांति और सुरक्षा की खोज यूरोपीय राष्ट्रों में शताब्दियों से पारस्परिक ईर्ष्या और संदेह की भावना विद्यमान रही थी। स्पेन तथा फ्रांस, फ्रांस…
इटली का एकीकरण राष्ट्रीयता एक ऐसी भावना है जो एक क्षेत्र विशेष के लोगों को सहज और संपृक्त ढंग से जोड़ देती है।…
नेपोलियन III नेपोलियन महान् का भतीजा चार्ल्स लुई नेपोलियन 1848 ई. की क्रांति के बाद द्वितीय फ्रांसीसी गणराज्य का राष्ट्रपति चुना गया और…