सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement)
गांधीजी के नेतृत्व में राष्ट्रीय स्तर चलाया गया दूसरा महत्त्वपूर्ण आंदोलन नागरिक (सविनय) अवज्ञा आंदोलन था, जिसे ‘नमक सत्याग्रह’ के नाम से भी…
गांधीजी के नेतृत्व में राष्ट्रीय स्तर चलाया गया दूसरा महत्त्वपूर्ण आंदोलन नागरिक (सविनय) अवज्ञा आंदोलन था, जिसे ‘नमक सत्याग्रह’ के नाम से भी…
परिवर्तन की गति अबाध होती है जो स्वतः धीरे-धीरे होता रहता है, जब उसमें व्यवधान पड़ता है तो समाज में उद्वेलन पैदा होता…
मध्ययुगीन यूरोप के अधिकांश देशों में सामंतीय व्यवस्था विद्यमान थी। फ्रांस भी इन्हीं देशों में से एक था। आधुनिक युग का प्रारंभ होने…
नर्मदा नदी के दक्षिण में भारत के प्रायद्वीप को दक्कन क्षेत्र कहा जाता है। इसमें महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और…
विजयनगर साम्राज्य का उत्थान और पतन वास्तव में विजयनगर साम्राज्य के उत्थान और पतन का इतिहास मुख्य रूप से निरंतर युद्धों और संघर्षों…
चौदहवीं सदी में दक्षिण भारत में दो बड़े शक्तिशाली साम्राज्यों का उद्भव हुआ- एक था विजयनगर साम्राज्य और दूसरा था बहमनी साम्राज्य। दक्कन…
वेंगी का प्राचीन चालुक्य राज्य मुख्यतः कृष्णा एवं गोदावरी नदियों के बीच के क्षेत्र में विस्तृत था। इसकी राजधानी वेंगी (वेंगिपुर) में थी…
विक्रमादित्य षष्ठ, 1076-1126 ई. (Vikramaditya VI, 1076-1126 AD.) विक्रमादित्य षष्ठ को स्वाभाविक उत्तराधिकार में राजसिंहासन नहीं मिला था, बल्कि अपने अग्रज सोमेश्वर द्वितीय…
सोमेश्वर प्रथम, 1042-1068 ई. (Someshwara I, 1042-1068 AD.) जयसिंह द्वितीय के बाद उसका पुत्र सोमेश्वर प्रथम 1042 ई. में राजगद्दी पर बैठा। वह…