प्राक्-गुप्त युग में भारत की राजनैतिक दशा (Political Condition of India in Pre-Gupta Period)
प्राक्-गुप्त युग में भारत की राजनैतिक दशा राजनीतिक प्रतिस्पर्धा’ का युग उत्तरी भारत में कुषाणों के पतन और गुप्तों के उदय के पूर्व…
प्राक्-गुप्त युग में भारत की राजनैतिक दशा राजनीतिक प्रतिस्पर्धा’ का युग उत्तरी भारत में कुषाणों के पतन और गुप्तों के उदय के पूर्व…
वाकाटक राजवंश तीसरी शताब्दी ई. में दक्षिण के सातवाहनों की शक्ति नष्ट होने पर वहाँ कई छोटे-छोटे राज्य स्थापित हो गये। लगता है…
मौर्योत्तरकालीन समाज, धार्मिक जीवन, कलात्मक एवं साहित्यिक विकास मौर्योत्तरकालीन सामाज मौयोत्तर काल के शुंग और संभवतः सातवाहन वंश के शासक ब्राह्मण थे। अतः…
मौर्योत्तरकालीन राज्य-व्यवस्था एवं आर्थिक जीवन मौर्योत्तरकालीन राज्य-व्यवस्था मौर्य साम्राज्य के अंत के साथ ही भारतीय इतिहास की राजनीतिक एकता कुछ समय के लिए…
मौर्यकालीन सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक जीवन मौर्यकालीन सामाजिक जीवन पूर्ववर्ती धर्मशास्त्रों की भाँति कौटिल्य ने भी वर्णाश्रम व्यवस्था को सामाजिक संगठन का आधार…
मौर्यकालीन अर्थव्यवस्था और भौतिक संस्कृति का प्रसार मौर्यकालीन अर्थव्यवस्था, समाज, धर्म और कला-संबंधी जानकारी के लिए कौटिल्य का अर्थशास्त्र, मेगस्थनीजकृत इंडिका के अवशिष्ट…
कुषाण राजवंश का इतिहास भारत के राजनीतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास में कुषाण राजवंश एक सीमाचिन्ह है। शकों की तरह कुषाण भी मध्य एशिया…
भारत में शक (सीथियन) मगध के विशाल मौर्य साम्राज्य की शक्ति के क्षीण होने पर भारत पर पश्चिमोत्तर से पुनः विदेशी आक्रांताओं के…
कलिंग का महामेघवाहन (चेदि) वंश प्राचीन भारत में कलिंग एक समृद्ध राज्य था। प्राचीन कलिंग के राज्य-क्षेत्र के अंतर्गत पुरी और गंजाम के…