
1892 के भारतीय परिषद् अधिनियम के सत्तरह वर्ष बाद एक और अधिनियम पारित किया गया, जिसे ‘1909 का भारतीय परिषद् अधिनियम’ कहते हैं। इस अधिनियम …
1892 के भारतीय परिषद् अधिनियम के सत्तरह वर्ष बाद एक और अधिनियम पारित किया गया, जिसे ‘1909 का भारतीय परिषद् अधिनियम’ कहते हैं। इस अधिनियम …
फरवरी 1785 में हेस्टिंस इंग्लैंड वापस चला गया और 1786 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने लॉर्ड कॉर्नवालिस को ब्रिटिश भारत का कमांडर-इन-चीफ और फोर्ट विलियम …
क्लाइव के 1767 में इंग्लैंड वापस चला गया और 1772 में एक अंग्रेज़ राजनीतिज्ञ वारेन हेस्टिंग्स फोर्ट विलियम प्रेसीडेंसी (बंगाल) प्रथम गवर्नर नियुक्त किया गया …
महाराजा रणजीतसिंह उत्तर पश्चिम भारत के पंजाब में बिखरे 11 सिख राज्यों को न केवल एकजुट किया, बल्कि एक आधुनिक सिख साम्राज्य की स्थापना भी …
अठारहवीं सदी में जिस समय परवर्ती मुगलों की अयोग्यता तथा अमीरों की स्वार्थपरता के कारण मुगल साम्राज्य छिन्न-भिन्न हो रहा था, फारस में दूरगामी घटनाएँ …
ब्रिटिश उपनिवेशवाद का अंतिम चरण (1858-1947) भारत के संवैधानिक विकास का सबसे महत्त्वपूर्ण चरण है। इस चरण में ब्रिटिश पूँजीपतियों और भारत के विभिन्न वर्गों …
1861 ई. के बाद भारतीयों में राजनीतिक चेतना तथा राष्ट्रीयता का तेजी से विकास हुआ, जिसके फलस्वरूप 1885 ई. में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना …
1858 ई. के अधिनियम द्वाराभारतीय प्रदेशों को अपने प्रत्यक्ष अधिकार में लेने के बाद भी भारतीय प्रशासन में कोई परिवर्तन नहीं किया गया था, जबकि …