
जैन धर्म भारत की श्रमण परंपरा से निकला धर्म और दर्शन है। श्रमणों में कदाचित् प्राचीनतम् संप्रदाय निगंठों अथवा जैनों का था। जैन शब्द ‘जिन्’ …
जैन धर्म भारत की श्रमण परंपरा से निकला धर्म और दर्शन है। श्रमणों में कदाचित् प्राचीनतम् संप्रदाय निगंठों अथवा जैनों का था। जैन शब्द ‘जिन्’ …
धर्म, दर्शन और न्याय-इन तीनों के सुमेल से ही व्यक्ति के आध्यात्मिक उन्नयन का भव्य प्रासाद खड़ा होता है। आचार का नाम धर्म है और …
अकबर विश्व के महान सम्राटों में से एक है। उसकी दूरदर्शिता तथा विवेकपूर्ण नीतियों की सभी इतिहासकारों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की है। उसके …
इतिहास एक सतत् प्रक्रिया है, घटनाओं और प्रवृत्तियों का क्रमिक विकास है। प्रत्येक युग की अपनी कुछ विशेषताएँ होती हैं और इन विशेषताओं के आधार …
‘अगर आपको उत्कृष्ट भविष्य का निर्माण करना है, तो अतीत का अध्ययन करें।’- कन्फ्यूशियस छठी शताब्दी ईसापूर्व चीन में ही नहीं, बल्कि विश्व इतिहास में …
मेसोपोटामिया में जिन सभ्यताओं का विकास हुआ, उनमें कालक्रम की दृष्टि से सुमेरियन सभ्यता प्रथम है। इसके नामकरण का आधार सुमेर नामक नगर है। यह …
शाक्त संप्रदाय भारत में अत्यंत प्राचीनकाल से प्रचलित रहा है। इस संप्रदाय का संबंध प्रागैतिहासिक काल के आदिम कबीलों से जोड़ा जा सकता है। हड़प्पा …
मध्यकालीन यूरोप में सामंतवाद अपने चरमोत्कर्ष पर थी। इन सामंतों की कई श्रेणियाँ होती थीं जिनके शीर्ष पर राजा होता था। राजा के नीचे विभिन्न …