लॉर्ड ऑकलैंड (1836-1842) लॉर्ड ऑकलैंड (जॉर्ज ईडन, ऑकलैंड के अर्ल) 1836 में भारत का गवर्नर जनरल नियुक्त किया गया था।
Continue readingAuthor: Dr. Jai Prakash
लॉर्ड विलियम बैंटिंक (Lord William Bentinck, 1828-1835 )
लॉर्ड विलियम बैंटिंक (1828 ई. – 1835 ई.) लॉर्ड विलियम बैंटिंक का पूरा नाम विलियम हेनरी कैवेंडिश बैंटिंक था। उसका
Continue readingबनवासी का कदंब राजवंश (Kadamba Dynasty of Banavasi)
कदंब राजवंश (345-540 ईस्वी) कदंब राजवंश प्राचीन भारत का एक राजसी ब्राह्मण परिवार था, जिसने चतुर्थ शताब्दी ईस्वी के मध्य
Continue readingभारत-विभाजन के कारण (Reasons for Partition of India)
भारत के राष्ट्रीय आंदोलन की चरम परिणति भारत की स्वतंत्रता के साथ-साथ इस उपमहाद्वीप के विभाजन के रूप में हुई।
Continue readingबंगाल का सेन वंश (Sen Dynasty of Bengal)
12वीं शताब्दी के मध्य में भारत के बंगाल में सेन राजवंश ने अपना प्रभुत्व स्थापित किया और 160 वर्ष तक
Continue readingराष्ट्रकूट राजवंश का राजनीतिक इतिहास (Political History of Rashtrakuta Dynasty)
राष्ट्रकूट राजवंश ने लगभग दो सौ वर्षों से अधिक समय तक भारतीय उपमहाद्वीप के एक बड़े भूभाग पर शासन किया।
Continue readingराष्ट्रकूट राजवंश का पतन (Fall of Rashtrakuta Dynasty)
खोट्टिग (967-972 ई.) कृष्ण तृतीय नि:सन्तान मरा था। करहद अभिलेख (शक संवत् 894) के अनुसार कृष्ण तृतीय की मृत्यु के
Continue readingकृष्ण तृतीय (Krishna III, 939-967 AD)
अमोघवर्ष तृतीय के बाद उसका ज्येष्ठ पुत्र और युवराज कृष्ण तृतीय 939 ई. में राष्ट्रकूट राजवंश की गद्दी पर बैठा।
Continue readingअमोघवर्ष द्वितीय, गोविंद चतुर्थ और अमोघवर्ष तृतीय (Amoghavarsha II, Govind IV and Amoghavarsha III, 929-939 AD)
अमोघवर्ष द्वितीय (929-930 ई.) इंद्र तृतीय के पश्चात् उसका ज्येष्ठ पुत्र अमोघवर्ष द्वितीय 928 ई. के आसपास मान्यखेट के राष्ट्रकूट
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