अध्ययन के स्रोत: पुरातात्त्विक और साहित्यिक उत्तर भारत का राजनीतिक इतिहास (550 ई. से 1200 ई.) एक जटिल और गतिशील
Category: प्राचीन इतिहास
नाथपंथ (संप्रदाय) पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर (MCQs and Answers on Nathpanth)
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर परीक्षा 2024-25 PHI 100 नाथपंथ की प्रस्तावना 1.’सिद्धों’ की अवधारणा संबंधित है : (A) बौद्ध
प्राचीन और आरंभिक भारत पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs based on Ancient and early India, Till 1206 AD)
प्राचीन और आरंभिक भारत से संबंधित महत्त्वपूर्ण और उपयोगी प्रश्नों का चयन किया गया है, जो विश्वविद्यालयीय परीक्षाओं के साथ-साथ
त्रिपक्षीय संघर्ष (Tripartite Struggle)
आठवीं शताब्दी में अरबों की सिंध विजय (712 ई.) के बाद सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक घटना तीन शक्तिशाली राज्यों का उदय
कन्नौज का यशोवर्मन (Yashovarman of Kannauj)
हर्ष की मृत्यु के बाद की राजनीतिक स्थिति हर्ष की मृत्यु (647-648 ई.) के पश्चात् उसका साम्राज्य शीघ्र ही विखंडित
पुलकेशिन द्वितीय (Pulakeshin II, 610-642 AD)
पुलकेशिन द्वितीय बादामी के चालुक्य वंश का महानतम् शासक था। वह कीर्तिवर्मन प्रथम का पुत्र था, जिसने अपने चाचा मंगलेश
शाकम्भरी का चाहमान (चौहान) वंश (Chahamana (Chauhan) of Shakambhari)
चाहमान (चौहान) राजवंश पूर्वमध्यकालीन भारत का एक राजपूत राजवंश था, जिसने 7वीं शताब्दी से लेकर 12वीं शताब्दी ईस्वी तक वर्तमान
प्राचीन भारतीय इतिहास पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर-5 (MCQs and answers based on Ancient Indian History-5)
नई शिक्षा नीति-2020 के अनुसार दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर की बी.ए. की प्रथम सेमेस्टर परीक्षा- 2023-24 में इतिहास (Code-101)
प्राचीन भारतीय इतिहास पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर-4 (MCQs and answers based on Ancient Indian History-4)
नई शिक्षा नीति-2020 के अनुसार दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर की बी.ए. की सेमेस्टर परीक्षाओं में प्राचीन भारतीय इतिहास पर