1857 की महान् क्रांति की असफलता के बाद भारत में कंपनी के शासन का अंत हो गया और ब्रिटिश सरकार
1857 की क्रांति : कारण और प्रसार (Revolution of 1857: Causes and Dissemination)
ब्रिटिश राज के विरुद्ध भारतीय जनता के असंतोष और प्रतिरोध की पहली बड़ी अभिव्यक्ति 1857 में एक सशस्त्र सिपाही विद्रोह
भारत में ब्रिटिश सत्ता के प्राथमिक प्रतिरोध (Primary Resistance of The British Power in India)
भारत में ब्रिटिश राज की स्थापना महज एक घटना नहीं थी, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज के औपनिवेशीकरण तथा
तैमूर (तिमुर) का आक्रमण (Invasion of Timur, 1398 AD)
तैमूरलंग, जिसे तिमुर (1336–1405 ई.) के नाम से भी जाना जाता है, 14वीं शताब्दी का एक सैनिक शासक था जिसने
तुगलक वंश (Tughlaq Dynasty 1320-1412 AD)
तुगलक वंश की स्थापना 1320 ई. में ‘गाजी मलिक‘ (गयासुद्दीन तुगलक) ने की थी। गाजी मलिक का वंश स्वदेशी माना
खिलजी वंश (Khilji Dynasty, 1290-1320)
दिल्ली सल्तनत का दूसरा शासक परिवार खिलजी वंश था। इस वंश की स्थापना जलालुद्दीन खिलजी ने की थी, जिसने अपना
दिल्ली सल्तनत : गुलाम वंश (Delhi Sultanate: Slave Dynasty 1206-1290 A.D.)
गुलाम वंश सल्तनत की स्थापना भारतीय इतिहास में युगांतकारी घटना थी। इस्लाम की स्थापना के परिणामस्वरूप अरब और मध्य एशिया
सिंधुघाटी की सभ्यता (Indus Valley Civilization)
विश्व की प्राचीनतम् नदी घाटी सभ्यताओं में से एक हड़प्पा सभ्यता का विकास सिंधु और घग्घर (प्राचीन सरस्वती) नदियों के
भारत में मध्यपाषाण और नवपाषाण काल (The Mesolithic and the Neolithic Period in India)
भारत में मध्य पाषाण काल (Mesolithic Period) की खोज 1867 ई. में हुई जब सी.एल. कार्लायल ने विंध्य क्षेत्र का