
गुप्त अभिलेखों में उल्लिखित वंश-तालिका में समुद्रगुप्त के बाद चंद्रगुप्त द्वितीय का नाम मिलता है, इसलिए पहले इतिहासकारों का विचार था कि समुद्रगुप्त के बाद …
गुप्त अभिलेखों में उल्लिखित वंश-तालिका में समुद्रगुप्त के बाद चंद्रगुप्त द्वितीय का नाम मिलता है, इसलिए पहले इतिहासकारों का विचार था कि समुद्रगुप्त के बाद …
चंद्रगुप्त प्रथम के बाद 335 ई. में लिच्छवि राजकुमारी कुमारदेवी से उत्पन्न उसका पुत्र (महाराजाधिराज श्रीचंद्रगुप्तपुत्रस्य लिच्छविदौहित्रस्य महादेव्यां कुमारदेव्यामुत्पन्नस्य महाराजाधिराज श्रीसमुद्रगुप्तस्य) ‘पराक्रमांक’ समुद्रगुप्त गुप्त राजसिंहासन …
भारतवर्ष संसार के प्राचीनतम् एवं महानतम् देशों में अग्रगण्य है। ऐतिहासिक स्रोतों की दृष्टि से इतिहासकारों ने प्राचीन भारतीय इतिहास को तीन भागों में विभाजित …
गोर प्रदेश की स्थिति गोर, गजनवी साम्राज्य और हेरात के सल्जूक साम्राज्य के मध्य दुर्गम पर्वतीय क्षेत्र में एक छोटा-सा पहाड़ी क्षेत्र था। यह क्षेत्र …
औपनिवेशिक शासन के दौरान 19वीं सदी के मध्य में भारतीय पूँजीपति वर्ग का विकास हुआ, लेकिन भारतीय पूँजीपति विदेशी पूँजी की बैशाखी पर नहीं चल …
सविनय अवज्ञा आंदोलन की समाप्ति (1934) के बाद कांग्रेस के अंदर गंभीर मतभेद पैदा हो गये, जैसे इससे पहले असहयोग आंदोलन की वापसी के बाद …
आठवी शताब्दी के प्रारंभ में मुहम्मद-बिन-कासिम के नेतृत्व में सिंध पर अरबों के आक्रमण का कोई स्थायी परिणाम नहीं हुआ। अरबों का राज्य सिंध और …
गुप्तों का आदि-स्थान गुप्तों की जाति की तरह उनके आदि-स्थान के विषय में भी इतिहासकारों में पर्याप्त मतभेद है। स्पष्ट प्रमाणों के अभाव में गुप्तों …