भारत में सती प्रथा के उद्भव एवं विकास को प्रायः मध्य एशिया के साथ जोड़कर देखा जाता रहा है। अनेक
चालुक्य राजवंश (Chalukya Dynasty)
छठीं शताब्दी ईस्वी के मध्यकाल में संपूर्ण भारतीय प्रायद्वीप में राजनीतिक विकेंद्रीकरण का एक महत्त्वपूर्ण सिलसिला शुरू हुआ। जिस समय
दिल्ली सल्तनत की प्रशासनिक व्यवस्था (Administrative System of Delhi Sultanate)
सल्तनत काल में भारत में एक नई प्रशासनिक व्यवस्था की शुरुआत हुई, जो मुख्य रूप से अरबी-फ़ारसी पद्धति पर आधारित
औद्योगिक क्रांति (Industrial Revolution)
अठारहवीं शताब्दी में फ्रांस की क्रांति से पूर्व इंग्लैंड में उत्पादन के क्षेत्रों में यांत्रिक आविष्कार और वाष्प की शक्ति
शेरशाह सूरी और सूर साम्राज्य (Sher Shah Suri and Sur Empire)
शेरशाह का आरंभिक जीवन शेरशाह सूरी के बचपन का नाम फरीद था। उसके पिता हसन खाँ तथा पितामह इब्राहिम सूर
जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर (Zaheeruddin Muhammad Babur)
जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर भारतीय इतिहास में बाबर के नाम से प्रसिद्ध है। मुगल व॔श के स॔स्थापक बाबर का जन्म ट्रांस-आक्सियाना
नासिरुद्दीन मुहम्मद हुमायूँ (Nasiruddin Muhammad Humayun)
बाबर के चार पुत्रों- हुमायूँ, कामरान, अस्करी और हिंदाल में हुमायूँ सबसे बड़ा था। नासिरुद्दीन मुहम्मद हुमायूँ का जन्म बाबर
भारत में सांप्रदायिकता का विकास (Development of Communalism in India)
सांप्रदायिकता के विकास के विभिन्न चरण भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को सबसे अधिक नुकसान सांप्रदायिकता के विकास से हुआ। ब्रिटिश सत्ता
1833 का चार्टर एक्ट (Charter Act of 1833)
1813 के चार्टर एक्ट द्वारा कंपनी को भारतीय प्रदेश तथा उनका राजस्व-प्रबंध बीस वर्षों के लिए सौंपा गया था। इसलिए