
आदित्य प्रथम की मृत्यु के अनंतर 907 ई. में इसका पुत्र परांतक प्रथम चोल राजसिंहासन का उत्तराधिकारी हुआ, जिसने 955 ई. तक शासन किया। दक्षिण …
आदित्य प्रथम की मृत्यु के अनंतर 907 ई. में इसका पुत्र परांतक प्रथम चोल राजसिंहासन का उत्तराधिकारी हुआ, जिसने 955 ई. तक शासन किया। दक्षिण …
सुदूर दक्षिण भारत के तमिल प्रदेश में प्राचीनकाल में जिन राजवंशों का उत्कर्ष हुआ, उनमें चोलों का विशिष्ट स्थान है। इनका प्राचीन राज्य चोल देश …
आंध्र-सातवाहनों के पतन के बाद दक्षिण में उदित होने वाले राजवंशों में पल्लवों का विशिष्ट स्थान है, जिन्होंने कृष्णा और गोदावरी नदियों के बीच के …
अमेरिका का स्वतंत्रता संग्राम, जिसे ‘अमेरिकी क्रांति’ भी कहा जाता है, यूरोपीय उपनिवेशवाद के इतिहास की एक क्रांतिकारी घटना है। यह स्वतंत्रता संग्राम ग्रेट ब्रिटेन …
बीसवीं शताब्दी के आरंभिक वर्षों में जर्मनी एक ताकतवर साम्राज्य था। उसने आस्ट्रियाई साम्राज्य के साथ मिलकर मित्रराष्ट्रों (इंग्लैंड, फ्रांस और रूस) के विरूद्ध पहला …
महाराजा रणजीतसिंह एक प्रबल और निरंकुश शासक था। उन्होंने अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व के बल पर जिस सैनिक राजतंत्र का निर्माण किया था, वह वस्तुतः शासक …
उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध में रूस द्वारा पूरब की दिशा में बढ़ना भारत स्थित अंग्रेजी साम्राज्य के लिए गंभीर चिंता का विषय था। उधर, यूरोप …
ऐतिहासिक काकोरी ट्रेन एक्शन (कार्यवाही) भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के क्रांतिकारियों द्वारा सरकारी खजाना लूटने की एक महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना थी। इस साहसिक कार्यवाही को ‘हिंदुस्तान …