जेम्स प्रथम स्टुअर्ट वंश का प्रथम शासक था। उसका जन्म 1566 में हुआ था। बचपन से ही वह अत्यंत कुशाग्र
इंग्लैंड का ट्यूडर राजवंश (Tudor Dynasty of England, 1485–1603)
इंग्लैंड में हेनरी षष्टम के शासनकाल में 1455 में लंकास्टर एवं यार्क वंशों के मध्य इंग्लैंड के राजसिंहासन पर अधिकार
एलिजाबेथ प्रथम (Elizabeth I, 1558–1603)
इंग्लैंड की क्रूर शासिका मेरी ट्यूडर की मृत्यु (17 नवंबर, 1558) के कुछ ही समय बाद पच्चीस वर्षीय एलिजाबेथ का
पांड्य राजवंश या मदुरा के पांड्य (Pandyan Dynasty or Pandyas of Madurai)
मदुरा के पांड्य सुदूर दक्षिण भारत में तमिल प्रदेश के प्रारंभिक राजवंशों में चेरों और चोलों के बाद तीसरा राज्य
मारवर्मन् कुलशेखर पांड्य प्रथम (Maravarman Kulasekara Pandyan I, 1270-1308)
मारवर्मन् कुलशेखर पांड्य प्रथम (1268-1308 ई.) पांड्य राज्य एक शक्तिशाली शासक था, जो जटावर्मन् सुंदरपांड्य के बाद संभवतः 1268 ई.
जटावर्मन् सुंदरपांड्य प्रथम (Jatavarman Sundara Pandyan I, 1251-1268)
मारवर्मन् सुंदरपांड्य के बाद पांड्य राजगद्दी पर जटावर्मन् सुंदरपांड्य प्रथम (1251-1270 ई.) आसीन हुआ। उसके समय में पांड्य शक्ति अपने
चीन की सभ्यता (Chinese Civilization)
चीन की सभ्यता विश्व की प्राचीन सभ्यता है और संभवतः मिस्र, मेसोपोटामिया और सिंधु घाटी की सभ्यताओं से भी प्राचीन
लॉर्ड डलहौजी (Lord Dalhousie, 1848–1856)
लॉर्ड हार्डिंग के पश्चात् लॉर्ड डलहौजी, जिसे ‘अर्ल ऑफ़ डलहौज़ी’ भी कहा जाता था, 12 जनवरी 1848 को भारत का
चोल राजवंश का राजनीतिक इतिहास (Political History of Chola Dynasty, 850-1279 AD)
सुदूर दक्षिण भारत के तमिल प्रदेश में प्राचीनकाल में जिन राजवंशों का उत्कर्ष हुआ, उनमें चोलों का विशिष्ट स्थान है।