मेसोपोटामिया में जिन सभ्यताओं का विकास हुआ, उनमें कालक्रम की दृष्टि से सुमेरियन सभ्यता प्रथम है। इसके नामकरण का आधार
पूर्व मध्यकाल में शाक्त संप्रदाय (Shakta Sect in the Early Medieval Period)
शाक्त संप्रदाय भारत में अत्यंत प्राचीनकाल से प्रचलित रहा है। इस संप्रदाय का संबंध प्रागैतिहासिक काल के आदिम कबीलों से
यूरोप में सामंतवाद (Feudalism in Europe)
मध्यकालीन यूरोप में सामंतवाद अपने चरमोत्कर्ष पर थी। इन सामंतों की कई श्रेणियाँ होती थीं जिनके शीर्ष पर राजा होता
गौरवशाली क्रांति (Glorious Revolution, 1688 AD)
इंग्लैंड की गौरवशाली क्रांति को इतिहास में ‘रक्तहीन क्रांति’ या ‘वैभवशाली क्रांति’ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि
इंग्लैंड का जेम्स द्वितीय और गौरवशाली क्रांति (James II of England and the Glorious Revolution)
जेम्स द्वितीय (1685 ई.-1688 ई.) स्टुअर्ट राजा चार्ल्स द्वितीय की 1685 ई. में मृत्यु हो गई। उसके कोई वैध संतान
‘कुरु-धम्म’ की नसीहत (The Advices of the ‘Kuru-Dhamma’)
‘कुरु-धम्म’ की नसीहत लेखक प्रो. गोरखनाथ, अवकाश प्राप्त आचार्य एवं अध्यक्ष प्राचीन इतिहास, पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर
इंग्लैंड का चार्ल्स प्रथम (Charles I of England, 1625–1649)
जेम्स प्रथम की 1625 में मृत्यु के बाद उसका दूसरा पुत्र चार्ल्स प्रथम (19 नवंबर 1600-30 जनवरी 1649) इंग्लैंड की
राजतंत्र की पुनर्स्थापना और चार्ल्स द्वितीय (Restoration and Charles II, 1660-1685)
1642 में राजा चार्ल्स प्रथम के अत्याचारों से परेशान होकर एवं अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए इंग्लैंड की जनता
अंग्रेजी गृहयुद्ध (English Civil War, 1642-1649)
इंग्लैंड में 1642 से 1649 तक सप्तवर्षीय अंग्रेजी गृहयुद्ध चला, जिसने राजाओं की स्वेच्छाचारिता, निरंकुशता और विशेष रूप से उनके