
ऋक्-संहिता से इतर संहिता ग्रंथों, ब्राह्मणों, आरण्यकों, उपनिषदों का रचनाकाल लगभग ई.पू. 1000 से 500 ई.पू. माना जाता है। उत्तर वैदिककालीन साहित्य के अनुशीलन से …
ऋक्-संहिता से इतर संहिता ग्रंथों, ब्राह्मणों, आरण्यकों, उपनिषदों का रचनाकाल लगभग ई.पू. 1000 से 500 ई.पू. माना जाता है। उत्तर वैदिककालीन साहित्य के अनुशीलन से …
वैदिक काल प्राचीन भारतीय संस्कृति का वह कालखंड माना जाता है, जब वेदों की रचना हुई थी। इस कालखंड की संस्कृति को वैदिक संस्कृति कहा …
पत्थर से धातु के प्रयोग तक का संक्रमण क्रमिक एवं मंद था। मानव ने ताँबे, सोने, चाँदी और सबसे अंत में लोहे का प्रयोग करना …
हड़प्पा सभ्यता के पतन के बाद सिंधु क्षेत्र के बाहर अनेक ग्राम्य-संस्कृतियाँ अस्तित्व में आईं। चूंकि इन पशुचारी-कृषक संस्कृतियों के लोग पत्थर और ताँबे के …
विश्व की प्राचीनतम् नदी घाटी सभ्यताओं में से एक हड़प्पा सभ्यता का विकास सिंधु और घग्घर (प्राचीन सरस्वती) नदियों के किनारे हुआ था। प्रागैतिहासिक युग …
भारत में मध्य पाषाण काल (Mesolithic Period) की खोज 1867 ई. में हुई जब सी.एल. कार्लायल ने विंध्य क्षेत्र का सर्वेक्षण कर एक विशेष तकनीक …
मानव सभ्यता का विकास अकस्मात् अथवा त्वरित नहीं, वरन् क्रमिक और मंद गति से हुआ तथा इसे विकास की आधुनिक अवस्था तक पहुँचने के लिए …