1919 से 1922 के बीच अंग्रेजी सत्ता के विरुद्ध दो सशक्त जन-आंदोलन चलाये गये- खिलाफत और असहयोग आंदोलन। इन आंदोलनों
Category: भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
गांधीजी के आरंभिक आंदोलन और जालियाँवाला बाग हत्याकांड (Gandhi’s Early Movement and Jallianwala Bagh Massacre)
गांधीजी की भारत-वापसी गांधीजी 46 वर्ष की आयु में जनवरी 1915 में भारत वापस आये। उन्होंने पूरे एक वर्ष तक
होमरूल आंदोलन और लखनऊ समझौता (Home Rule Movement and Lucknow Pact)
प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान भारत के राजनीतिक जीवन एवं सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों में महत्त्वपूर्ण परिवर्तन हुए। जो भारतीय राजनीतिज्ञ क्रांतिकारी नहीं
बंग-भंग और स्वदेशी आंदोलन (Partition of Bengal and Swadeshi Movement)
गरमपंथी राजनीति की सर्वोत्तम अभिव्यक्ति बंगाल विभाजन-विरोधी स्वदेशी आंदोलन में हुई, जो भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का एक महत्त्वपूर्ण अध्याय है।
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में गांधीजी का आगमन (Gandhiji’s Arrival in the Indian National Movement)
भारत के राष्ट्रीय आंदोलन में मोहनदास करमचंद गांधी के प्रवेश के साथ ही भारतीय राष्ट्रवाद के जनाधार और लोकप्रियता में
भारत के बाहर क्रांतिकारी गतिविधियाँ (Revolutionary Activities Outside India)
भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ने वाले अनेक राष्ट्रवादी क्रांतिकारी शरण की खोज, प्रेस कानूनों से मुक्त रहकर क्रांतिकारी साहित्य
भारत में क्रांतिकारी आंदोलन का उदय और विकास (The Rise and Development of the Revolutionary Movement in India)
क्रांतिकारी आंदोलन भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के इतिहास का स्वर्णयुग है। बीसवीं शताब्दी के आरंभ में जब गरमपंथी राष्ट्रवादी स्वदेशी, बहिष्कार,
उग्र राष्ट्रवाद का उदय और विकास(The Rise and Development of Radical Nationalism)
बीसवीं शताब्दी के आरंभिक वर्षों में कांग्रेस की कतारों से ही एक नये और युवा दल का उदय हुआ, जो
उदारवादी राष्ट्रीयता का युग (The Era of Liberal Nationalism, 1885-1905)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के इतिहास में उसके पहले बीस वर्षों की राजनीति को मोटे तौर पर ‘उदारवादी राजनीति’ कहा जाता