प्राचीन भारतीय इतिहास से संबंधित महत्त्वपूर्ण और उपयोगी प्रश्नों का चयन किया गया है, जो विश्वविद्यालयीय परीक्षाओं के साथ-साथ विभिन्न
Category: प्राचीन इतिहास
प्राचीन भारतीय इतिहास पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न-1 (MCQs based on Ancient Indian History-1)
प्राचीन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति से संबंधित महत्त्वपूर्ण और उपयोगी प्रश्नों का चयन किया गया है, जो विश्वविद्यालयीय परीक्षाओं के
जैन दर्शन में बंधन और मोक्ष (Bondage and Moksha in Jain Philosophy)
प्रायः सभी भारतीय दर्शनों में बंधन का अर्थ निरंतर जन्म ग्रहण करना तथा सांसारिक दुःखों को भोगना है। बंधन संसार
जैन चतुर्विध-संघ : श्वेताम्बर और दिगम्बर (Jain Chaturvidha Sangh: Svetambara and Digambara)
अनुशासित समूह को ‘संघ’ कहते है। संघ के कुछ नियमोपनियम तथा मर्यादाएँ निर्धारित होती हैं जिनका परिपालन संघ के प्रत्येक
जैन तीर्थंकरों का ऐतिहासिक अस्तित्व (Historical Existence of Jain Tirthankaras)
जैन धर्म भारत की श्रमण परंपरा से निकला धर्म और दर्शन है। श्रमणों में कदाचित् प्राचीनतम् संप्रदाय निगंठों अथवा जैनों
जैन न्याय शास्त्र का विकास (Development of Jain Jurisprudence)
धर्म, दर्शन और न्याय-इन तीनों के सुमेल से ही व्यक्ति के आध्यात्मिक उन्नयन का भव्य प्रासाद खड़ा होता है। आचार