स्कंदगुप्त ‘क्रमादित्य’ (Skandagupta ‘Kramaditya’)
कुमारगुप्त की मृत्यु के बाद गुप्त शासन की बागडोर उसके सुयोग्य पुत्र स्कंदगुप्त ने सँभाली। […]
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कुमारगुप्त की मृत्यु के बाद गुप्त शासन की बागडोर उसके सुयोग्य पुत्र स्कंदगुप्त ने सँभाली। […]
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चंद्रगुप्त द्वितीय के बाद कुमारगुप्त 415 ई. में सत्तारूढ़ हुआ जो बिलसद स्तंभलेख के अनुसार
कुमारगुप्त प्रथम ‘महेंद्रादित्य’ (Kumaragupta I ‘Mahendraditya’) Read More »
समुद्रगुप्त की प्रधान महिषी दत्तदेवी से उत्पन्न पुत्र चंद्रगुप्त द्वितीय असाधारण प्रतिभा, अदम्य उत्साह एवं
चंद्रगुप्त द्वितीय ‘विक्रमादित्य’ (Chandragupta II ‘Vikramaditya’) Read More »
गुप्त अभिलेखों में उल्लिखित वंश-तालिका में समुद्रगुप्त के बाद चंद्रगुप्त द्वितीय का नाम मिलता है,
रामगुप्त की ऐतिहासिकता (Historicity of Ramgupta) Read More »
चंद्रगुप्त प्रथम के बाद 335 ई. में लिच्छवि राजकुमारी कुमारदेवी से उत्पन्न उसका पुत्र (महाराजाधिराज
समुद्रगुप्त (Samudragupta) Read More »
भारतवर्ष संसार के प्राचीनतम् एवं महानतम् देशों में अग्रगण्य है। ऐतिहासिक स्रोतों की दृष्टि से
प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत (Sources of Ancient Indian History) Read More »
गोर प्रदेश की स्थिति गोर, गजनवी साम्राज्य और हेरात के सल्जूक साम्राज्य के मध्य दुर्गम
मुहम्मद गोरी के आक्रमण (Muhammad Ghori’s Invasions) Read More »
औपनिवेशिक शासन के दौरान 19वीं सदी के मध्य में भारतीय पूँजीपति वर्ग का विकास हुआ,
सविनय अवज्ञा आंदोलन की समाप्ति (1934) के बाद कांग्रेस के अंदर गंभीर मतभेद पैदा हो