यूरोप में पुनर्जागरण (Renaissance in Europe)
पुनर्जागरण (Renaissance) का शब्दिक अर्थ होता हैः पुनर्जीवित होना, पुनर्जागृत होना इत्यादि। इस रूप में […]
यूरोप में पुनर्जागरण (Renaissance in Europe) Read More »
पुनर्जागरण (Renaissance) का शब्दिक अर्थ होता हैः पुनर्जीवित होना, पुनर्जागृत होना इत्यादि। इस रूप में […]
यूरोप में पुनर्जागरण (Renaissance in Europe) Read More »
1857 की क्रांति के स्वरूप और चरित्र को लेकर बहस लगभग उसके आरंभ-काल में ही
1857 की महान् क्रांति की असफलता के बाद भारत में कंपनी के शासन का अंत
भारत में राष्ट्रवाद का उदय (Rise of Nationalism in India) Read More »
ब्रिटिश राज के विरुद्ध भारतीय जनता के असंतोष और प्रतिरोध की पहली बड़ी अभिव्यक्ति 1857
1857 की क्रांति : कारण और प्रसार (Revolution of 1857: Causes and Dissemination) Read More »
भारत में ब्रिटिश राज की स्थापना महज एक घटना नहीं थी, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था
तैमूरलंग, जिसे तिमुर (1336–1405 ई.) के नाम से भी जाना जाता है, 14वीं शताब्दी का
तैमूर (तिमुर) का आक्रमण (Invasion of Timur, 1398 AD) Read More »
तुगलक वंश की स्थापना 1320 ई. में ‘गाजी मलिक‘ (गयासुद्दीन तुगलक) ने की थी। गाजी
तुगलक वंश (Tughlaq Dynasty 1320-1412 AD) Read More »
दिल्ली सल्तनत का दूसरा शासक परिवार खिलजी वंश था। इस वंश की स्थापना जलालुद्दीन खिलजी
खिलजी वंश (Khilji Dynasty, 1290-1320) Read More »
गुलाम वंश सल्तनत की स्थापना भारतीय इतिहास में युगांतकारी घटना थी। इस्लाम की स्थापना के
दिल्ली सल्तनत : गुलाम वंश (Delhi Sultanate: Slave Dynasty 1206-1290 A.D.) Read More »